सिलीगुड़ी :- अवैध शराब की बिहार तस्करी करने वाले एक और गिरोह का आबकारी विभाग ने भंडाफोड़ किया है। डेढ़ सौ लीटर अवैध शराब के साथ आबकारी विभाग ने गिरोह – के दो मुख्य सरगना को गिरफ्तार क किया है। इस मामले में एक तीन मंजिला मकान सील करने के साथ ही आबकारी विभाग ने शराब – तस्करी में इस्तेमाल की जाने वाली – कार और स्कूटी भी जब्त किया है। मकान से अवैध शराब बनाने वाले औजार, खाली बोतले, फर्जी लेबल, स्टीकर आदि भी जब्त किया है। आबकारी विभाग इस गिरोह के अन्य सरगनाओं की तलाश करने में जुटी है।गुप्त सूचना के आधार पर दार्जिलिंग जिला आबकारी विभाग की टीम ने गुरुवार को सुबह प्रधान नगर थाना पुलिस के साथ वार्ड 46 के नर्मदा बागान स्थित एक तीन मंजिला मकान में छापा मारा। उक्त मकान के रसोई घर, शौचालय से न लेकर हर कमरे से अवैध शराब, खाली बोतले, लेबल, स्टीकर आदि जब्त की। मकान में मौजूद दो लोगों को गिरफ्तार किया गया।पकड़े गए लोगों के नाम कृष्णा प्रसाद (54) और बरूण कुमार (37) है।आरोपित कृष्णा प्रसाद वार्ड तीन के गुरुंग बस्ती से सिलीगुड़ी जंक्शन कोजोड़ने वाली साईंमार्ग रोड इलाके का निवासी है। वहीं वरूण कुमार बिहार के सिवान जिला अंतर्गत महाराजगंज थाना क्षेत्र के पटेरही गांव का निवासी है।आबकारी विभाग की माने तो शराब तस्करी के कारोबार की वजह से ही कृष्णा प्रसाद ने नर्मदा बागान में मकान बनाया उसकी सिक्किम में भी शराब की दुकान है। उसी कड़ी से वह अवैध तरीके से सिक्किम से शराब लाकर अपने मकान में रखता था। फिर इसके बाद उसमें नामी-गिरामी कंपनियों का लेबल, स्टीकर लगाकर बोतल में नकली शराब भरकर बिहार सप्लाई किया करता था। सिक्किम की शराब समेत नकली शराब बिहार तस्करी करने वाले इस गिरोह में इन दोनों के अलावा और भी कई लोगों के शामिल होने का संदेह आबकारी विभाग को है।छापेमारी के संबंध में आबकारी
विभाग के जलपाईगुड़ी डिवीजन के
अतिरिक्त कमिश्नर सुजीत दास ने
बताया कि गुप्त सूचना मिलने के
बाद कई दिनों की जांच-पड़ताल
के बाद छापेमारी की कार्रवाई की
गई जिसमें मकान से नामी-गिरामी
कंपनी के लेबल लगी 125 लीटर
नकली शराब, 37 लीटर सिक्किम
की शराब, 800 बोतल, प्लास्टिक
की सौ बोतल, फर्जी लेबल और
ढक्कन जब्त किए गए। मकान
मालिक कृष्णा प्रसाद समेत दो लोग
गिरफ्तार किए गए। इन आरोपितों
को अदालत में पेश किया गया है।
उन्होंने बताया कि जब्त की गई
नकली और सिक्किम की शराब से
न सिर्फ बंगाल सरकार के राजस्व
की क्षति होती थी, बल्कि नकली
शराब का सेवन जहरीला और
जानलेवा भी है।