अभिषेक बनर्जी ने कहा प्रवासी नेताओं को सही सबक सिखाया जाना चाहिए

अभिषेक बनर्जी ने शुक्रवार को भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि मतदाताओं को लोकसभा चुनाव के अंतिम दो चरणों में पार्टी को हराकर बाहर से पश्चिम बंगाल आने वाले प्रवासी नेताओं को उचित सबक सिखाना चाहिए। तृणमूल उम्मीदवार प्रतिमा मंडल के समर्थन में दक्षिण 24 परगना के जयनगर में एक रैली में अभिषेक बनर्जी ने दावा किया कि राज्य में आने वाले बाहरी लोग पश्चिम बंगाल की समृद्ध परंपरा और संस्कृति से अवगत नहीं हैं। 
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक ने कहा, ”वोट मांगने के लिए पश्चिम बंगाल आने वाले प्रवासी नेताओं को सही सबक सिखाया जाना चाहिए। उन्हें राज्य की परंपरा और संस्कृति के बारे में जरा भी जानकारी नहीं है। तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव ने दावा किया कि पिछले पांच चरणों के मतदान के बाद अब तक के संकेतों के अनुसार ‘बांग्ला विरोधी भाजपा पहले ही पराजित हो चुकी है। उन्होंने कहा, ”एक जून को सभी चरण के मतदान समाप्त होने के बाद भाजपा के विसर्जन का समय आ गया है। उन्होंने दावा किया कि लोगों ने स्वत: स्फूर्त रूप से भाजपा के खिलाफ मतदान किया है। 
अभिषेक ने कहा कि चुनाव के बाद केंद्र में एक नयी सरकार बनेगी जो लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष और प्रगतिशील होगी। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में रैलियों में अपने भाषणों के दौरान भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने राज्य में 30 से 35 सीटों पर जीत का आह्वान किया जिसके बाद वे पश्चिम बंगाल में निर्वाचित सरकार को गिराने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा, ”यह बिल्कुल अकल्पनीय है कि भाजपा इतने निचले स्तर तक कैसे गिर सकती है। उन्होंने कहा कि केंद्र की तानाशाह सरकार को उखाड़ फेंकने का समय आ गया है। तृणमूल नेता ने कहा कि 2021 में विधानसभा चुनावों में भाजपा की हार के बाद से केंद्र सरकार ने मनरेगा जैसी कई केंद्रीय योजनाओं के तहत राज्य के लोगों को ”पैसे नहीं दिए। उन्होंने कहा, ”लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने अपने खजाने से लोगों को भुगतान किया है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में सत्ता में आना चाह रही भाजपा राज्य की महिलाओं के लिए प्रमुख सामाजिक कल्याण योजना लक्ष्मी भंडार को भी बंद करना चाहती है।

अभिषेक ने कहा, ”मैं दृढ़ता से कहना चाहता हूं कि भाजपा पश्चिम बंगाल में कभी सत्ता में नहीं आएगी और धरती पर ऐसी कोई ताकत नहीं है जो लक्ष्मी भंडार के तहत भुगतान रोकने की हिम्मत कर सके। उन्होंने कहा, ”चुनाव परिणाम आने के बाद शीघ्र ही केन्द्र में सत्ता संभालने वाली इंडिया गठबंधन की नयी सरकार जनता के साथ रहेगी तथा उनके हितों का ध्यान रखेगी। हाल में कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा पश्चिम बंगाल में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के प्रमाण पत्र रद्द किए जाने का जिक्र करते हुए अभिषेक ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही कह चुकी हैं कि राज्य में इस तरह का कोई प्रमाण पत्र रद्द नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कहा था कि राज्य सरकार कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देने के लिए उच्चतम न्यायालय का रुख करेगी।

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