बिहार में पुलों व सड़कों पर छाया संकट दूर होने का नाम नहीं ले रहा है। अररिया में एक क्षतिग्रस्त पुलिया बाढ़ के पानी से बह गई तो पूर्णिया में सड़क ही बह गई। इस कारण हजारों की आबादी के समक्ष आवागमन का संकट उत्त्पन्न हो गया है। अररिया क्की पुलिया 20 वर्ष से अधिक पुरानी थी।
इसपर आचागमन वर्जित रहने का बोर्ड लगाया गया था, यद्यपि लोग इस पर पैदल चल रहे थे। अररिया जिले में फारबिसगंज प्रखंड के पूर्वी हिस्से में स्थित परमान एवं अन्य सहायक नदियों में आई उफान के कारण अस्हारा पंचायत की अम्हारा हरिया से रंगदाहा मझुवा जाने वाली ग्रामीण सड़क पर बनी दो पायों की पुलिया रविवार देर रात को ध्वस्त हो गई। सात्त-आठ वर्ष पूर्व सना करोड़ की लागत से इसका निर्माण करवाया गया था। यहां 100 मीटर तक सड़क भी क्षतिग्रस्त हो गई।
ग्रामीण आरोप लगा रहे हैं कि पुलिया निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया था। ग्रामीण विभाग के कार्यपालक अभियंता प्रवीण कुमार ने हैं। बताया कि पुलिया 20 वर्ष से अधिक पुरानी थी। 2017 के बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गई थी। 2022-23 में इसका अस्थायी जीर्णोद्धार भी कराया गया था। उधर, पूर्णिया जिले में कनकई नदी के कटाव से लोग बेघर हो।