जलपईगुरी में गोपाष्टमी मेले की धूम

जलपाईगुड़ी : यह उत्तर बंगाल की सबसे पुरानी गौशालाओं में से एक जलपाईगुड़ी में राष्ट्रीय राजमार्ग के पास स्थित गौशाला की स्थापना 1911 में हुई थी। तब से, स्थानीय लोगों के लिए विशेष पूजा के साथ एक मेला आयोजित किया जाता है, जिसे गोपाष्टमी मेले के रूप में जाना जाता है।

इस वर्ष भी शनिवार दोपहर से गौशाला में विशेष पूजा-अर्चना, मेले के साथ गौशाला प्रबंधन संघ की वार्षिक बैठक शुरू हो रही है। इस संदर्भ में दीपक कुमार बिहानी ने बताया कि  गोपाष्टमी के दिन गौशाला में गायों की यह विशेष पूजा की जाती है।

वहीं, हर बार गौशाला की इस विशेष पूजा को लेकर भक्तों में विशेष उत्साह रहता है। शनिवार को पूजा करने आये श्रद्धालु कनिका चंद्रा ने कहा कि गाय भगवान कृष्ण का रूप है. मुझे बहुत शांति मिलती है।

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