मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच के तीसरे तल्ले पर ओटी के पीछे कूड़े के ढेर से आग की लपटें उठ रही थीं। गर्भवती और प्रसूता महिलाओं के परिजनों को वार्ड से बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। दमकल की दो गाड़ियों ने एक घंटे से अधिक की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया मुजफफपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (SKMCH) की एमसीएच बिल्डिंग के थर्ड फ्लोर पर शुक्रवार की दोपहर अचानक आग लग गयी। ओटी के पीछे छज्जा पर जमा कचरे के ढेर से आग की लपटें उठने लगी। पूरे वार्ड में धुआं भरने लगा। इसके बाद एमसीएच में भर्ती प्रसूता व गर्भवती महिलाएं व उनके परिजनों के बीच में अफरा-तफरी व चीख- पुकार मच गयी। सभी इधर- उधर जान बचाने के लिए भागने लगे। करीब दो घंटे तक एमसीएच में अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही। वार्ड में अग्नि सुरक्षा को लेकर फायर एक्सटिंग्यूशर यंत्र भी लगे थे। लेकिन, वह फट ना जाए इसके लिए ना तो कोई गार्ड और ना ही अस्पताल का कोई कर्मी फायर एक्सटिंग्यूशर यंत्र को खोलने की कोशिश किया। इधर, दहशत के कारण कई प्रसूता महिलाओं को उनके परिजन सीढ़ी से उतारकर सड़क पर ले जाकर बैठा दिया। आग लगने की सूचना पर जिला अग्निशमन पदाधिकारी सह होमगार्ड के प्रमंडलीय समादेष्टा त्रिलोकी नाथ झा फायर ब्रिगेड की टीम के साथ मौके पर पहुंचे। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद टीम ने आग पर काबू पा लिया।
कचरे में फेंके गये कपड़ों में लगी आग जिला अग्निशमन पदाधिकारी ने बताया कि एमसीएच बिल्डिंग के थर्ड फ्लोर स्थित ओटी के पीछे छज्जा पर दो से ढाई फीट पानी जमा है। इसमें ही मरीज के परिजन या अस्पताल के स्टाफ कचरा फेंक देते हैं। उसी कचरे में फेंके गये कुछ कपड़े में गुरुवार की दोपहर अचानक से आग लग गयी। प्रारंभिक जांच में बिजली के शॉर्ट सर्किट होने की कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिला है। बीड़ी या सिगरेट की वजह से आग लगने की संभावना संभावना है कि ओटी के पास ही बाथरूम है कोई मरीज या उसके परिजन बीड़ी या सिगरेट पीने के बाद पीछे फेंक दिया होगा। इस कपड़े में पकड़ लिया होगा। धीरे- धीरे वह आग की शक्ल ले लिया. कपड़ा भीगा होने के कारण आग की तेज लपटें नहीं उठी। धुआं बढ़ने के कारण मरीज व उनके परिजन दहशत में थे. उनको भरोसा दिलाया गया कि आग पर काबू पा लिया गया है। तब जाकर वे शांत हुए ।
दोनों लिफ्ट में 20 मिनट फंस गयीं दो दर्जन से अधिक महिलाएं एमसीएच वार्ड में आग लगने के बाद अफरा- तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी। सभी जान बचाने के लिए थर्ड फ्लोर से नीचे भागने लगे। इस बीच दोनों लिफ्ट में दो दर्जन से अधिक महिलाएं सवार हो गयी। इस बीच अचानक लाइन कट गयी। करीब 20 मिनट तक सभी लिफ्ट में फंसे रहे। शाॅर्ट सर्किट का हल्ला होने पर लिफ्ट की लाइन काटी गयी थी। बाद में लाइन देकर लिफ्ट में फंसी सभी महिलाओं को सुरक्षित बाहर निकाला गया।