जब कोलकाता तेज़ उमस, भारी बारिश और गर्म हवाओं के बीच झूल रहा है, ऐसे में भारत के सबसे भरोसेमंद ग्लूकोज़-बेस्ड एनर्जी ड्रिंक ग्लूकॉन-डी ने ‘एनर्जी का गोला’ अभियान शुरू किया है। इस पहल का मकसद है लखनऊ, हैदराबाद, कोलकाता और मुंबई के 10,000 से अधिक बच्चों को थकान से राहत देना और उनकी इम्युनिटी को सहारा देना। मेहनत करने वाले उनके रुटिन और तेजी से बदल रहे मौसम में उनकी इम्युनिटी को भी इससे ताकत मिलेगी। यह पहल भारत के पारंपरिक ‘गोले’ को एक नए उपयोग के साथ पेश करता है। ग्लूकॉन-डी के पॉपुलर फ्लेवर्स – ऑरेंज, मैंगो और नींबू पानी से भरे 700 किलो से अधिक ठंडे गोले 100 से ज्यादा मैदानों और स्टेडियमों में बांटे जा रहे हैं, ताकि बाहर खेलते बच्चों की एनर्जी की भरपाई की जा सके। ‘एनर्जी का गोला’ पहल का लक्ष्य है बच्चों की समर केयर में एक कमी को दूर करना। गर्म और नम मौसम में जब बच्चे बाहर खेलते हैं, तो उनके शरीर से तेजी से ग्लूकोज की कमी हो जाती है। सिर्फ पानी पीने से शरीर हाइड्रेट तो हो सकता है, लेकिन जरूरी नहीं कि पूरी तरह ऊर्जा लौट आए – खासकर छोटे और बेहद सक्रिय बच्चों में। ग्लूकॉन-डी में मौजूद ग्लूकोज और विटामिन सी खून में तेजी से घुलकर तुरंत ऊर्जा और इम्युनिटी देता है। ऐसे मौसम में जब पसीना ज्यादा आता है, ऊर्जा की कमी बनी रहती है और संक्रमण का खतरा भी रहता है – ग्लूकॉन-डी की भूमिका और भी अहम हो जाती है।
यह कैम्पेन फिलहाल कोलकाता की प्रमुख सार्वजनिक जगहों पर सक्रिय है, जैसे लिचु बागान, सेंट्रल जेल ग्राउंड, बेलघरिया एथलेटिक क्लब, अर्नपूर्णा फुटबॉल ग्राउंड, विवेकानंद प्ले ग्राउंड सहित अन्य भाग लेने वाले शहरों में भी इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। ज़ाइडस वेलनेस के सीईओ तरुण अरोड़ा ने कहा, “जब गर्मियों का मौसम कभी तेज़ धूप, कभी उमस और कभी बरसात जैसी स्थितियों में बदलता है, तो बच्चों की देखभाल का तरीका भी उतनी ही तेजी से बदलना चाहिए। ग्लूकॉन-डी दशकों से हर घर में भरोसे का नाम रहा है और जब भी सबसे ज़्यादा ज़रूरत होती है, यह तुरंत ऊर्जा और इम्युनिटी देने में मदद करता है। ‘एनर्जी का गोला’ के ज़रिए हम यादों और विज्ञान का मेल कर रहे हैं—एक ऐसा समाधान जो पुरानी विरासत से जुड़ा है लेकिन आज की गर्मी की चुनौतियों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। यह भारत के बच्चों की ऊर्जा और सहनशक्ति को बढ़ावा देने के प्रति हमारी लगातार प्रतिबद्धता का प्रतीक है।”
एनर्जी का गोला’ अभियान को लोगों तक पहुँचाने और तुरंत ऊर्जा के महत्व को बताने के लिये स्थानीय सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर्स जैसे foodyybar, throughmypinkwindow, और nasreen_official भी इससे जुड़े हैं। जैसे-जैसे भारत की गर्मियाँ और जटिल होती जा रही हैं—कुछ जगहों पर लू चल रही है, तो कुछ इलाकों में बारिश और आंधी का असर है—ऐसे में ग्लूकॉन-डी हर रोज़, हर जगह, आम तरीकों से रियल टाइम में सेहत का साथ निभा रहा है।