आईआईटी बॉम्बे ने रामायण पर आधारित नाटक में शामिल प्रत्येक छात्र पर 1.2 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। संस्थान ने यह जुर्माना इसलिए लगाया क्योंकि उसे शिकायतें मिली थीं कि नाटक में आपत्तिजनक और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाली सामग्री शामिल थी। प्रशासन ने सामुदायिक मूल्यों और संवेदनशीलता को बनाए रखने की आवश्यकता का हवाला देते हुए कड़ा रुख अपनाया। इस घटना ने परिसर में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और कलात्मक रचनात्मकता की सीमाओं के बारे में एक महत्वपूर्ण बहस छेड़ दी है। आलोचकों का तर्क है कि जुर्माना अत्यधिक है और रचनात्मक स्वतंत्रता को बाधित करता है, जबकि समर्थकों का मानना है कि धार्मिक मान्यताओं के प्रति सम्मान बनाए रखना आवश्यक है। यह विवाद शैक्षणिक संस्थानों में कलात्मक अभिव्यक्ति और सांस्कृतिक संवेदनशीलता के बीच चल रहे तनाव को उजागर करता है।
रामायण नाटक विवाद में IIT बॉम्बे के छात्रों पर 1.2 लाख रुपये का जुर्माना
