केएल डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी ने अपने विजयवाड़ा कैंपस में 14वां वार्षिक दीक्षांत समारोह धूमधाम से आयोजित किया। यह खास अवसर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए एक गर्व का पल बना। इस साल 4,706 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गईं, जिसमें 166 पीएच.डी. स्कॉलर, 604 पोस्टग्रेजुएट और 3,936 अंडरग्रेजुएट छात्र शामिल थे। मेधावी छात्रों को 42 गोल्ड मेडल और 37 सिल्वर मेडल से सम्मानित किया गया। यह आयोजन शैक्षणिक यात्रा के समापन और नए अवसरों की शुरुआत का प्रतीक था। केएल डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी के माननीय चांसलर इंजीनियर कोनेरु सत्यनारायण ने समारोह की अध्यक्षता की और स्नातक छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा,”आज आपका शैक्षणिक सफर खत्म नहीं हो रहा, बल्कि यह आपके उस सफर की शुरुआत है, जिसमें आप आने वाले कल की दुनिया के निर्माता बनेंगे। हमारी यूनिवर्सिटी में हम सिर्फ कुशल पेशेवर नहीं, बल्कि ऐसे दूरदर्शी व्यक्तित्व तैयार करते हैं जो चुनौतियों को अवसरों में बदलने की क्षमता रखते हैं। आप उत्कृष्टता, नवाचार और सामाजिक जिम्मेदारी की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। जब आप दुनिया में कदम रखें, तो याद रखें कि आपकी डिग्रियां केवल ज्ञान का प्रतीक नहीं हैं, बल्कि बदलाव लाने, उद्योगों को नया रूप देने और समुदायों को सशक्त बनाने की शक्ति का प्रमाण हैं। आपकी सच्ची सफलता आपके द्वारा दुनिया में किए गए सकारात्मक प्रभाव से मापी जाएगी।”
केएल डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी के माननीय वाईस चांसलर डॉ. जी परधा सारधी वर्मा ने संस्थान की परिवर्तनकारी यात्रा पर जोर देते हुए कहा, “इस विश्वविद्यालय में, हम एक ऐसा वातावरण तैयार किया है जहां नवाचार का उद्देश्य से मिलन होता है, जिससे स्नातक पारंपरिक सीमाओं को पार कर सकें। हमारे अत्याधुनिक शोध केंद्र, उद्योगों के साथ रणनीतिक सहयोग और नई तकनीकों पर ध्यान केंद्रित करके हमने एक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित किया है जहां नवाचार न केवल प्रोत्साहित किया जाता है, बल्कि हमारी संस्कृति में गहराई से समाहित है। आज के स्नातक न केवल डिग्रियां लेकर दुनिया में कदम रखते हैं, बल्कि वे वैश्विक चुनौतियों का सामना करने की क्षमता, समाधान ड्राइव करने की रचनात्मकता और करुणा के साथ नेतृत्व करने की समझ भी लेकर आते हैं।
समारोह के मुख्य अतिथि, माननीय श्री राम नाथ कोविंद जी, जो भारत के 14वें पूर्व राष्ट्रपति हैं, की उपस्थिति ने समारोह की गरिमा बढ़ाई। उन्होंने अपने विचारशील संबोधन में शिक्षा, ईमानदारी और नवाचार की शक्ति को रेखांकित करते हुए छात्रों को निरंतर सीखने और अपनी क्षमताओं को पूर्ण रूप से विकसित करने के लिए प्रेरित किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में माननीय न्यायमूर्ति श्री अब्दुल नज़ीर जी, आंध्र प्रदेश के राज्यपाल और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश, ने भी अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई। इस मौके पर श्रीमती सविता कोविंद भी उपस्थित रहीं।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर, कैंपस में उत्सव का माहौल था, जहाँ छात्रों की कड़ी मेहनत और सपनों की सफलता का जश्न मनाया गया। विश्वविद्यालय के रंगों से सजा ओपन-एयर थियेटर स्नातकों और उनके गौरवान्वित परिवारों के स्वागत के लिए तैयार था। अभिभावक इस अविस्मरणीय पल को संजो रहे थे, और पदक विजेता सम्मान पाने के लिए तैयार थे। यह एक ऐसा दिन था जो गर्व, आत्ममंथन और नई शुरुआत का प्रतीक बन गया। बी.टेक, सीएसई की छात्रा आर. प्रियंका ने अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा, “यहां मेरी यात्रा अद्वितीय और ज्ञान से भरपूर रही है। मेरे शिक्षकों का समर्थन और मुझे मिले अवसरों ने मुझे आत्मनिर्भर और मजबूत बनाया। जब मैं अपने दोस्तों और शिक्षकों से विदा ले रही हूं, तो मेरे मन में अतीत के लिए आभार और भविष्य के लिए एक नई उम्मीद है। अब मैं पूरी आत्मविश्वास के साथ अपने माता-पिता की उम्मीदों पर खरा उतरने और अपने सपनों को साकार करने की दिशा में कदम बढ़ा रही हूं।”
अभिभावक, श्री एस. वेंकटेश ने गर्व से कहा, “एक अभिभावक के रूप में, अपने बच्चे को ऐसी प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय से स्नातक होते देखना मुझे बहुत खुशी देता है। मेरे लिए, यह डिग्री दुनिया का एक पासपोर्ट जैसी है, जो उसके लिए अनगिनत अवसरों के दरवाजे खोलती है। दीक्षांत समारोह में ऐसे सम्मानित मेहमानों की उपस्थिति इस पल को मेरे परिवार और मेरे लिए और भी यादगार और खास बना देती है। मुझे गर्व है कि मैंने अपने बच्चे के लिए सही स्थान चुना, जो अब आत्मविश्वास के साथ दुनिया का सामना करने के लिए तैयार है। समारोह में डिग्रियां और पुरस्कार वितरित किए गए, जिनमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पदक से सम्मानित किया गया। डॉ. जी परधा सारधी वर्मा ने विश्वविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें शैक्षिक उत्कृष्टता, उन्नत शोध और समाजिक विकास के प्रति विश्वविद्यालय की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाया गया। केएल डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय, जो NAAC से A++ ग्रेड प्राप्त संस्थान है, ने राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) 2024 में 22वां स्थान प्राप्त किया है। 44 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में नेतृत्व करने वाला यह विश्वविद्यालय वैश्विक प्रतिभाओं को तैयार करता है।