सिलीगुड़ी :पद्मश्री नागेंद्रनाथ रॉय ने अपने जीवन की इस सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि माता भाग्येश्वरी देवी को समर्पित किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय से उन्हें फोन पर बताया गया कि उनके काम को देखते हुए उन्हें पद्मश्री के लिए नामित किया गया है। राजवंशी समाज के वाल्मीकि नागेंद्रनाथ के लिए यह एक सपने जैसा था।
उन्हें यकीन ही नहीं हुआ कि केंद्र सरकार ने उन्हें पद्मश्री के लिए नामित किया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, उन्होंने रामायण का राजवंशी में अनुवाद करके यह उपलब्धि हासिल की है। वह रामायण का राजवंशी में अनुवाद करने वाले पहले व्यक्ति हैं।
हालाँकि, सात खंडों वाली यह पुस्तक अभी पाठकों के हाथों में नहीं पहुँची है। उन्होंने बताया कि बैशाख के पहले दिन राजवंशी भाषा में अनुवादित रामायण का लोकार्पण किया जायेगा। 2011 उन्हें शिक्षा रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया।