अग्रणी स्मॉल फाइनेंस बैंक, उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक ने भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) से एडी 1 लाइसेंस प्राप्त किया है। इस लाइसेंस के बाद बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय के सम्पूर्ण उत्पाद और सेवाएं प्रदान कर सकेगा। वर्तमान में मौजूदा एडी 2 लाइसेंस के अंतर्गत बैंक केवल सीमित उत्पाद प्रदान कर रहा था। इस लाइसेंस के साथ, उज्जीवन अब विदेशी विनिमय बाज़ार में विभिन्न श्रेणियों के अपने ग्राहकों को विदेशी मुद्रा लेन-देन (विदेशी मुद्रा में क्रय/विक्रय/ऋण) की व्यापक श्रेणी की सुविधा दे सकता है। यह सुविधा भारत और विदेश, दोनों में परिचालन करने वाले ग्राहकों को उपलब्ध होगी, जिसमें खुदरा बैंकिंग, एमएसएमई/ ट्रेड फाइनेंस और ट्रेज़री कारोबार के अंतर्गत विभिन्न विदेश विनिमय सेवाएं शामिल हैं।
खुदरा बैंकिंग (रिटेल बैंकिंग) के तहत बैंक के प्रस्तावों में मुद्रा विप्रेषण, एफसीएनआर/आरएफसी के अंतर्गत जमा लेना, मुद्रा विनिमय और पूँजी-आधारित लेन-देन जैसे कि ईसीबी, ओडीआई, एफडीआई, आदि शामिल होंगी। इस लाइसेंस से हमें (उज्जीवन को) विनिमय अर्जक विदेशी मुद्रा खातों (एक्सचेंज अर्नर्स फॉरेन करेंसी अकाउंट्स – ईईएफसी) से सम्बंधित अंतरराष्ट्रीय व्यापार गतिविधियाँ, पूर्व और पश्चात शिपमेंट फंडिंग सहित निर्यात-आयात वित्त (एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट फाइनेंस) प्रदान करने, ग्राहकों की ओर से व्यापार सम्बन्धी भुगतान स्वीकार करने, एफसी में बिल कटौती जैसी व्यापारिक प्राप्य राशियों में छूट, साखपत्र यानी लेटर ऑफ क्रेडिट्स (एलसी) और बैंक गारंटी (बीजी) आदि प्रदान करने की भी क्षमता हासिल होगी। इतना ही नहीं, टीएएससी के लिए सब-एफसीआरए खाते प्राप्त कर सकेगा।
इस बारे में उज्जीवन एसएफबी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री संजीव नौटियाल ने कहा कि, “हमें यह लाइसेंस प्राप्त करके खुशी हो रही है क्योंकि इससे हमें अपने उत्पादों और सेवाओं की पेशकश का विस्तार करने में मदद मिलेगी, विशेष रूप से विदेशी मुद्रा और अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग से संबंधित लेन-देन के क्षेत्र में। लाइसेंस हमें सीमा पार लेन-देन और मुद्रा विप्रेषण को सरल बनाकर अपने ग्राहकों की लगातार बदलती जरूरतों को पूरा करने में सक्षम बनाता है।” एड़ी1 लाइसेंस से उज्जीवन को नए ग्राहक वर्गों की सेवा करने में मदद मिलेगी। साथ ही मौजूदा ग्राहकों तक भी इन उत्पादों को विस्तारित किया जाएगा।